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Read this article in Hindi to learn about the geographical nature of South America.
स्थिति एवं विस्तार:
संसार के मानचित्र में देखिये, दक्षिण अमेरिका, उत्तर अमेरिका महाद्वीप के दक्षिण में उससे जुड़ा हुआ है । क्षेत्रफल की दृष्टि से दक्षिण अमेरिका संसार का चौथा बड़ा महाद्वीप है । इसका क्षेत्र 1,75,40,000 वर्ग कि॰मी॰ है । यह 12 डिग्री उत्तर अक्षांश से 55 डिग्री दक्षिण अक्षांश तथा 35 डिग्री पश्चिमी देशान्तर से 81 डिग्री पश्चिम देशान्तर के बीच स्थित है । यह महाद्वीप उत्तर से दक्षिण लगभग 6,640 कि॰मी॰ और पश्चिम से पूरब 5,150 कि॰मी॰ तक फैला हुआ है ।
दक्षिण अमेरिका का राजनैतिक मानचित्र देखिये:
महाद्वीप के पश्चिम में प्रशांत महासागर, पूर्व में अटलांटिक महासागर, उत्तर में कैरेबियन सागर है । महाद्वीप के दक्षिणी छोर पर प्रशांत और अटलांटिक महासागर मिलते हैं । महाद्वीप का उत्तर-पश्चिमी भाग पहले उत्तर अमेरिका के पनामा देश से स्थल द्वारा जुड़ा हुआ था, जिसे बाद में पनामा नहर बना कर अलग किया गया ।
पनामा नहर बनने के पूर्व दक्षिण अमेरिका के उत्तरी भाग में स्थित कोलम्बिया के उत्तरी समुद्र तट से पश्चिमी समुद्र तट पर जलमार्ग से आने के लिए हजारों किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता था । महाद्वीप का अधिकांश भाग विषुवत रेखा के दक्षिण में अर्थात् दक्षिणी गोलार्द्ध में फैला है । दक्षिण अमेरिका, मध्य अमेरिका, मैक्सिको और वेस्टइंडीज को मिलाकर लैटिन अमेरिका कहते हैं ।
धरातलीय बनावट:
धरातलीय बनावट के आधार पर दक्षिण अमेरिका महाद्वीप को चार भौतिक विभागों में बाँटा जा सकता है:
1. पश्चिमी तटीय पट्टी
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2. पश्चिमी पर्वतमाला
3. मध्यवर्ती मैदान
4. पूर्वी उच्च भूमि
1. पश्चिमी तटीय पट्टी:
महाद्वीप के पश्चिमी भाग में प्रशांत महासागर के तटीय भाग और एण्डीज पर्वतमाला के मध्य में मैदानी भूमि एक संकरी पट्टी के रूप में उत्तर से दक्षिण तक फैली हुई है । इस तटीय मैदान के मध्य में अटाकामा नामक मरूस्थल है जो संसार का सबसे शुष्क गर्म मरूस्थल है । इस तटीय मैदान की चौड़ाई सब जगह समान नहीं है ।
2. पश्चिमी पर्वतमाला:
पश्चिमी तटीय मैदानी पट्टी के समानान्तर पूर्व में पर्वतों और पहाड़ियों की एक लम्बी शृंखला फैली हुई है । यह संसार की सबसे लम्बी एण्डीज पर्वत माला है । यह महाद्वीप के उत्तर में कैरेबियन सागर से शुरू होकर महाद्वीप के दक्षिणी छोर तक फैली हुई है । इसकी लम्बाई 7250 कि॰मी॰ है । मध्य में पर्वत की चौडाई सबसे अधिक है ।
हिमालय पर्वत के बाद एण्डीज पर्वतमाला संसार में सबसे ऊंची पर्वतमाला है । पृथ्वी निर्माण के इतिहास में इन्हें नवीन वलित पर्वत कहते हैं ।
मानचित्र में देखिये, एण्डीज पर्वतमाला किन-किन देशों में फैली हुई ? एण्डीज पर्वतमाला की तीन मुख्य श्रेणियों हैं । पूर्व की ओर की दो पर्वत श्रेणियों कुछ स्थानों पर एक-दूसरे के निकट आ जाती हैं और फिर अलग हो जाती हैं । इन श्रेणियों के मध्य में ऊँचे पठार हैं । बोलीविया का अन्त: पर्वतीय पठार बहुत ऊंचा है । इसी पठार पर टीटीकाका झील है जो संसार की सबसे ऊंची झील है । यह झील 8540 वर्ग कि॰मी॰ क्षेत्र में फैली है ।
एण्डीज पर्वत पर अनेक ऊंचे-ऊंचे शिखर हैं । ये विषुवतरेखीय गर्म जलवायु में स्थित होते हुए भी अधिक ऊंचाई के कारण साल भर बर्फ से ढके रहते हैं । एण्डीज का सबसे ऊंचा शिखर अकांका गुआ है, जो समुद्रतल से 6960 मीटर ऊंचा है । इस पर्वतमाला पर अनेक सक्रिय प्रसुप्त और मृत ज्वालामुखी हैं ।
इक्वेडोर देश में स्थित कोटोपेक्सी संसार का सबसे अधिक ऊंचाई पर पाया जाने वाला सक्रिय ज्वालामुखी है । इस पर्वतमाला पर अक्सर ज्वालामुखियों के विस्फोट और भूकम्प होते ही रहते हैं । एंडीज पर्वत से अमेजन, ओरिनीको, पिल्कोमायो, कोलोरेडो आदि अनेक नदियाँ निकलती है ।
3. मध्यवर्ती मैदान:
ये मैदान एण्डीज पर्वतमाला और पूर्वी उच्च भूमि के बीच बडे भाग में फैले हैं ।
यह मैदान तीन भागों में विभाजित किया जाता है:
(a) लानोस का मैदान
(b) सेल्वास का मैदान
(c) लाप्लाटा का मैदान
(a) लानोस का मैदान:
महाद्वीप के उत्तर में लानोस का मैदान ओरीनीको और उसकी सहायक नदियों से बना मैदान है । यह मैदान गुयाना के पठार के उत्तर में है । ओरीनीको नदी पर संसार का सबसे एंजिल ऊंचा जलप्रपात 979 मीटर ऊंचा है ।
(b) सेल्वास का मैदान:
मध्यवर्ती सेल्वास का मैदान अमेजन और उसकी सहायक नदियों से बना है । यह ब्राजील की उच्च भूमि के उत्तर में विस्तृत है । अमेजन नदी संसार की दूसरी सबसे लम्बी नदी है । जिसकी लम्बाई 6280 कि॰मी॰ है । यह नदी एण्डीज पर्वत से निकलकर उत्तर-पूर्व की ओर बहती हुई उत्तरी अटलांटिक महासागर में गिरती है । यह नदी संसार में सबसे अधिक जल बहाकर ले जाने वाली नदी है ।
(c) लाप्लाटा का मैदान:
तीसरा मैदानी भाग ब्राजील की उच्च भूमि के दक्षिण-पश्चिम में पराना, पराग्वे तथा उरूग्वे नदियों की घाटियों से निर्मित हैं । इसे लाप्लाटा बेसिन कहते हैं ।
4. पूर्वी उच्च भूमि:
इस महाद्वीप में मुख्यत: तीन पठारी भाग हैं । उत्तर में गुयाना (गायना) का पठार, महाद्वीप के मध्य पूर्व में ब्राजील का पठार तथा दक्षिणी भाग में पैटेगोनिया का पठार । अमेजन बेसिन तथा औरीनोको बेसिन के मध्य गुयाना का पठार जल विभाजक का कार्य करता है ।
ब्राजील का पठार अनेक बड़ी नदियों के बहने से घिस-पिट गया है । पैटेगोनिया का पठार वर्षा के अभाव में एक शुष्क मरूस्थल है । ये सभी पठारी भाग एण्डीज पर्वतों से बहुत पुराने हैं । इन तीनों पठारों में ब्राजील का पठार सबसे बड़ा है ।
जलवायु:
दक्षिणी अमेरिका का अधिकांश भाग उष्ण कटिबन्ध में स्थित है । इसलिये महाद्वीप की जलवायु सामान्यतया गर्म है । यहाँ साल भर तापमान ऊंचा रहता है । अमेजन नदी की घाटी विषुवत वृत के निकट होने से इस भाग की जलवायु विषुवतीय है । यहाँ साल भर संवाहनिक वर्षा होने से यहाँ की जलवायु उष्ण एवं आर्द्र है । यहाँ अधिकांश भागों में 100 से 200 से॰मी॰ वर्षा होती है, कुछ भागों में 200 से॰मी॰ से भी अधिक वर्षा होती है ।
महाद्वीप के मध्यवर्ती भाग, दक्षिणी ब्राजील, पराग्वे, तथा उत्तरी अर्जेन्टाइना के निम्न भूमि प्रदेशों में, ग्रीष्म ऋतु में 50 से 100 से॰मी. के लगभग वर्षा होती है और शीत ऋतु शुष्क रहती है । दक्षिणी पेरू तथा उत्तरी चिली में अटाकामा मरूस्थल की जलवायु गर्म और शुष्क है ।
यहाँ वर्षा नाममात्र की कई वर्षों में कभी-कभार ही होती है । मध्य चिली की जलवायु भूमध्यसागरीय है । यहाँ शीत ऋतु में 100 से मी से अधिक वर्षा होती है और गर्मियों शुष्क रहती हैं । शीतोष्ण कटिबन्ध में स्थित दक्षिणी चिली की जलवायु महासागरीय है जहाँ साल भर वर्षा होती है । दक्षिणी ब्राजील की जलवायु गर्म शीतोष्ण कोष्ण है जहाँ साल भर वर्षा होती है जिसकी कुल मात्रा लगभग 100 से॰मी॰ है ।
पंपास के मैदान के दक्षिण में एण्डीज पर्वत के पूर्वी भाग में पैटेगोनिया का मरूस्थल शीत एवं शुष्क जलवायु वाला वृष्टि छाया प्रदेश है । एण्डीज पर्वत के पश्चिमी भाग में पछुआ पवनों द्वारा पर्याप्त वर्षा होती है पर जब ये पवनें पर्वत पार कर पूर्वी भाग में उतरती है तो शुष्क हो जाती हैं, जिससे वर्षा नहीं हो पाती । संपूर्ण क्षेत्र अर्थात् पैटगोनिया का पठार वृष्टिछाया प्रदेश में आ जाता है ।
वनस्पति एवं जीव जन्तु:
वनों एवं जीव जन्तुओं की विविधता की दृष्टि से दक्षिण अमेरिका बहुत समृद्ध महाद्वीप है । यहाँ अमेजन बेसिन में संसार का सबसे बड़ा वर्षा वन है । अमेजन नदी की घाटी में उष्ण और आर्द्र जलवायु तथा संवाहनीय वर्षा की अधिकता के कारण सघन उष्ण कटिबन्धीय वन पाये जाते हैं ।
इन्हें यहाँ सेल्वास वन कहते हैं । इन वनों में लगभग 44,000 प्रजाति के पेड़-पौधे मिलते हैं । अधिक वर्षा के कारण भूमि दलदली और वनों की सघनता है । यहाँ आवागमन के साधनों का विकास बहुत कम हुआ है । इस कारण यहाँ के वनों का उपयोग पूर्ण रूप से नहीं हो पाया है ।
सेल्वास के वनों में रबड़, हार्डवुड, हीविया, कैस्टीलोआ, सिनकोना, रोजवुड, ताड़ आदि के वृक्ष अधिक हैं । रबड़ के वृक्ष के दूध से रबड़ बनती है । सिनकोना से कुनेन और कार्नोवा ताड़ वृक्ष से मोम बनता है । इन कठोर लकड़ी के वनों में वाल्सा नामक संसार की सबसे हल्की लकड़ी भी होती है ।
इस वन क्षेत्र की नदियों में 2,500 प्रकार की मछलियाँ और वनों में 1500 प्रजाति के पक्षी मिलते हैं । गैलेपैगास नामक कछुआ समुद्र किनारे मिलता है जो 272 कि॰ग्रा॰ वजन तक का होता है । यहाँ के मकड़ा बन्दर और गिलहरी बन्दर विशेष किस्म के होते हैं । ऐनाकोंडा नामक अजगर 10 मीटर तक लम्बा है । दलदली हिरण, दरयाई घोड़े, चिम्पेंजी और मगरमच्छ यहाँ के विशेष जानवर हैं ।
अमेजन के दक्षिण में कम वर्षा के कारण सवाना प्रकार के लम्बी घास के मैदान हैं । उत्तर में ओरीनोको नदी घाटी में पाये जाने वाले घास के मैदान को लानोस तथा दक्षिणी ब्राजील के मध्य भाग के घास के मैदान को ‘पंपास’ कहते हैं । उत्तरी अर्जेन्टाइना तथा पश्चिमी पराग्वे के निचले भागों में ग्रीष्म ऋतु में वर्षा होने के कारण घने वन और घास के मैदान हैं । इन्हें ‘ग्रानचाको’ कहा जाता है ।
इन घास के मैदानों में पशुपालन और भेड़पालन विशेष रूप से होता है । यहाँ का चींटियाँ खाने वाला विचित्र प्राणी ऐंट ईटर प्रसिद्ध है । यहाँ प्यूमा और जैगुआर जैसे खतरनाक जानवर भी मिलते हैं । यहीं कैंडोर नामक संसार का सबसे बड़ा शिकारी पक्षी भी पाया जाता है ।
दक्षिणी पेरू और उत्तरी चिली के गर्म मरूस्थलीय शुष्क भागों में नागफनी और कंटीली झाड़ियाँ पाई जाती हैं । मध्य चिली में भूमध्य सागरीय जलवायु क्षेत्र में सदाबहार वन मिलते हैं जिनके वृक्षों की पत्तियाँ मोटी और चिकनी होती हैं, जिससे शुष्क ग्रीष्म ऋतु में वे नहीं सूखते हैं ।
ओक, अखरोट, चैस्टनट, अंजीर और रसदार फलों के वृक्ष यहाँ अधिक मिलते हैं । दक्षिणी चिली के महासागरीय जलवायु के क्षेत्र में शीतोष्ण मिश्रित वन पाये जाते हैं । इन वनों में चीड़ और बीच के पेड़ों की अधिकता है ।
दक्षिणी ब्राजील के उष्ण कटिबन्धीय घास के मैदान के दक्षिणी में शीतोष्ण घास के मैदान हैं । ये मैदान पशुपालन व कृषि के लिए आदर्श माने जाते हैं । पंपास के दक्षिणी तथा एण्डीज पर्वत के पश्चिमी क्षेत्र में पैटेगोनिया का शीतोष्ण मरूस्थल है । यहाँ शुष्कता के कारण वनस्पति तथा जीव-जन्तुओं का अभाव है ।