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Read this essay to learn about the geographical conditions of Italy in Hindi language.
यूरोप महाद्वीप का इटली देश रोमनकालीन प्राचीन संस्कृति तथा श्रेष्ठ कलाकृतियों के लिए संसार मैं विख्यात है ।
स्थिति, विस्तार और सीमा:
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इस देश का विस्तार ३६० ४०० उत्तर से ४७० ०५० उत्तर अक्षांश, तथा ६० ४०० पूर्व से १८० ३१० पूर्व देशांतर के बीच है । इस देश की भौगोलिक सीमा में सेन मेरिनो और वेटिकन सिटी इन दो स्वतंत्र देशों का समावेश होता है ।
प्राकृतिक संरचना:
इटली के उत्तर में आल्प्स पर्वत है । ह्म पर्वत की दक्षिणी ढाल इस देश में आती है । इस पर्वत श्रेणी का अति ऊंचाईवाला हिस्सा सदैव ह्मिाच्छादित रहता है । हिमानियों के कार्यों के कारण इस पर्वत पर ऊँचे शिखर, ‘U’ आकार की घाटियाँ, हिमगहवर, लंबित घाटियाँ जैसे भूरूप पाए जाते हैं । इस भाग में इटली का सबसे ऊँचा शिखर ग्रान पैराडिसो (४०६१ मी) है ।
आल्प्स तथा एपेनाइन्स पर्वतों के बीच का प्रदेश पो नदी की कांप की मिट्टी के निक्षेपण से मैदानी बन गया है । इस नदी के मुहाने के पास डेल्टा प्रदेश, खार-कच्छ क्षेत्र जैसे भूरूप निर्मित हुए है । प्रायद्वीप के मध्यभाग में पश्चिमोत्तर दिशा में फैली हुई एपेनाइन्स पर्वत श्रैणी है ।
इस पर्वत श्रेणी में अनेक शिखर हैं । इसमें वेसुवियस जागृत ज्वालामुखी का शिखर है । प्रायद्वीप होने से इटली को से अति लंबा सागरीय तट प्राप्त हुआ है । इटली में लगभग ७० द्वीपों का समावेश है । अनमें सार्डिनिया तथा सिसिली बड़े द्वीप है । सिसली द्वीप का एटना नागन ज्वालामुखी है ।
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जलवायु:
आल्प्स के पर्वतीय प्रदेश में ऊंचाई के अनुसार जलवायु में विविधता पाई जाती है । उत्तरी भाग में महाद्वीप के अंतर्गतवाली जलवायु पाई जाती है दक्षिणी प्रदेशों में भूमध्य सागरीय जलवायु पाई जाती है । यहां शीतकाल में वर्षा होती है । परिणामस्वरूप शीतकाल सौम्य हो जाता है । ग्रीष्मकाल में पर्याप्त सूर्य प्रकाश मिलता तथा हवा शुष्क रहती है ।
वर्षा की मात्रा उत्तर से दक्षिण की ओर कम होती जाती है । आल्प्स पर्वत के प्रदेश में २००० मिमी वर्षा होती है तथा प्रायद्वीपीय प्रदेश में यह मात्रा ६०० मिमी तक है । पर्वतीय प्रदेश अधिक ऊंचाई पर हिमपात होता है । पो नदी के कछार में १०० मिमी वर्षा होती है ।
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प्राकुतिक संमाधन:
i. जल संसाधन:
आल्प्स के पर्वतीय प्रदेश से पो, अदिज आदि मुख्य नदियों का उद्गम होता है । आल्प्स पर्वत की बर्फ पिघलने से पो नदी में वर्ष भर जल रहता है । प्रायदवीपीय प्रदेश में एपनाइन्स पर्वत जलविभाजक है । इस पर्वत में अनेक नदियों का उद्गम होता है । वे पूर्व और पश्चिम की ओर बहती हैं । उनमें ओम्ब्रोन, अरनो तथा टाइबर प्रमुख नदियां है । इस देश की अनेक झीलों का उपयोग जल की आपूर्ति के लिए किया जाता है ।
ii. वन संसाधन:
आल्प्स तथा एपेनाइन्स के पर्वतीय प्रदेशों में सूचिपर्णो वृक्ष तथा पर्वतों की ढलानों पर चेस्टनट, बीच, ओक आदि वृक्ष पाए जाते हैं । पो नदी के मैदान में पतझड़ के वृक्षों के वन हैं । प्रायद्वीपीय प्रदेश में तथा द्वीपों पर ओक, ज्यूनिपर, लारेल, मरटल आदि बनस्पतियां पाई जाती है ।
iii. प्राणी मंसाधन:
आल्प्स पर्वत के कुछ भागों में रीछ, शैमोय प्रजाति के हिरन तथा एपेमाइन्स के प्रायद्वीप में भेड़िए पाए जाते हैं । सार्डीनिया द्वीप में सांभर (बारहसिंगा), बनैले बराह आदि प्राणी पाए जाते हैं । ग्रान पैराडिसो और स्टैलवियो राष्ट्रिय उद्यान आल्प्स के पर्वतीय प्रदेश में है । तटवर्ती सागर में डाल्फिन तथा अन्य मछलियाँ पाई जाती है ।
iv. खनिज समाधन:
यह देश गंधक के उत्पादन में अग्रसर है । प्रमुखत: ज्वालामुखी के प्रदेशों में गंधक के भंडार पाए जाते हैं । सार्डिनिया द्वीप में कुछ मात्रा मैं सीसा तथा जस्ते के भंडार और कोयले की खदानें हैं । पो नदी के कछार में प्राकृतिक गैस पाई जाती है ।
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पो नदी के मैदानी भागों के महानगरों को इसकी नलों इसकी नलों द्वारा आपूर्ति की जाती है । इटली के ऊर्जा साधनों की आवश्यक्ता जल, ताप तथा परमाणु विद्युत परियोजनाओं द्वारा पूरी की जाती है । तटवर्ती प्रदेश में नमकसार हैं ।
व्यवसाय
i. कृषि:
पो नदी का कछारी उपजाऊ होने से वहाँ बहुत बड़े पैमाने पर कृषि होती है परंतु दक्षिण इटली की भूमि चूने के पत्थर से युक्त तथा औसत उपजाऊ होने से वहाँ कृषि की मात्रा बहुत कम है । खादयान्न फसलों में गेहूँ और चावल की मुख्य फसलें हैं । इसके अलावा वार्ली, जैतून, चुकंदर, आलू, फल और सब्जियों की फसलें उगाई जाती है । पशु पालन, वराह पालन आदि व्यवसाय भा किए जाते हैं ।
यह देश भूमध्य सागरीय जलवायु के प्रदेश में देश है, इसलिए यह फल बागानों के लिए भी प्रससिद्ध है । सेब, अंगूर, आडू, अंजीर, बादाम, तरबूज आदि फलों का उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है । लिगुरियन तटवर्ती प्रदेश में फूलों में के बागान है । ट्रयुलिप तथा लिली यहाँ के महात्वपूर्ण पुष्प पौधे हैं । फलों के बागान तथा फलों की खेती व्यापारिक सिद्धांतों पर की जाती है । इसलिए वे आर्थिक दृष्टि से लाभदायक सिद्ध हुए है ।
ii. मतस्य व्यवसाय:
भूमध्य सागर में मछलियाँ कम पाई जाती है । इसी भांति मछ्ली पकड़ने के लिए पुरानी तथा पारंपरिक सामग्री का प्रयोग किया जाता है । परिणामत देश के तीनों ओर लंबा तटवर्ती प्रदेश होने पर भी इटली में मत्स्य व्यवसाय की मात्रा अपेक्षाकृत कम है ।
iii. उद्योग:
इटली के अधिकांश उद्योग मिलान–तूरिन–जेनोआ त्रिकोण में बसे हुए हैं । इस प्रदेश में खाद्यान्न पर प्रक्रिया, फलों से मदयार्क बनाना आदि उद्योग किए जाते है । वस्त्र तथा रेशम निर्मित बड़े पैमाने पर किए जानेवाले व्यवसाय हैं । इसी प्रकार प्रक्षेपास्त्र निर्मित, जहाजों का निर्माण, मोटरो, स्कूटरों, सिलाई यंत्रो, कागज, फर्नीचर, जूते बनाने जैसे मुख्य उद्योग किए जाते हैं ।
यातायात और संचार माध्यम:
देश के अनेक भाग सड़कों तथा रेल मार्गो से जोड़े गए हैं । आल्प्स पर्वत श्रेणी में बनाई गई सुरंग में से यूरोपीय देशों के साथ यातायात चलना है । रोम के निकट अतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है । पो नदी में अतर्गत जल यातायात चलता है । मिलान-रोग-नेपल्स मुक्त मार्ग (Free Way) के रूप में प्रसिद्ध है ।
व्यापार:
इस देश का व्यापार मुख्य रूप से यूरोपीय राष्ट्रों के साथ होता है । इस देश से वस्त्र, मोटर गाडियाँ, यंत्र, औषधियाँ, फल तथा साग-सब्जियां का निर्यात किया जाता हैं तथा यंत्र, खनिज तेल, मोटर गाडियां, सूती धागे, खाद्यान्न पदार्थो का आयात किया जाता है । मिलान शहर अतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिए प्रसिद्ध है ।
पर्यटन:
देश की अर्थव्यवस्था के विकास में पर्यटन का बहुत बड़ा योगदान है । रोमनकाल की एतिहासिक इमारतें, वास्तुशिल्प, कला संग्रहालय के साथ-साथ उत्तर क्षेत्र की झीलें, दक्षिण के सागर तट, अंगूर के बागान तथा छोटे-छोटे द्वीप पर्यटकों के प्रमुख आकर्षण है ।
पर्यटकों के लिए फ्लोरेन्स के प्रार्थना मंदिर, पौसा की झुकी हुई मीनार, पॉपेई ज्वालामुखी के नीचे दबे शहरों के खंडहर, वेनिस नहर का जल यातायात तथा कुछ महानगरों के दर्शनीय नाट्यगृह पर्यटकों के आकर्षण के केंद्र है ।
जनजीवन:
इस देश की मुख्य भाषा इटालियन है । यहाँ फ्रेंच, पुर्तगाली, स्पैनिश भाषाएं भी बोली जाती हैं । पो नदी के कछार में तथा बड़े नगरों में जनसंख्या धनी है । यहां के लोग संगीत तथा अन्य कला के उपासक हैं । आपेरा इटली द्वारा विश्व संगीत को दी गई महान देन है । फुटबॉल, साहसिक जलयात्रा, मुष्टियुद्ध, साइकिल चलना यहां के लोकप्रिय खेल हैं । विविध प्रकार की सब्जियाँ, फल, मैक्रोनी, पिज्जा, हैम्बर्गर यहां के मुख्य खाद्यपदार्थ हैं ।
प्रमुख महानगर:
रोम:
यह महानगर इटली की राजधानी है तथा शहर टाइबर नदी के तट पर बसा हुआ है । यहाँ देश का सबसे बड़ा विश्वविदयालय है । इस महानगर में अनेक ऐतिहासिक इमारतें तथा रोमन साम्राज्य के चिह्न पाए जाते हैं । अत: यह महानगर पर्यटन स्थल बन गया है ।
मिलान:
यह ऐतिहासिक महानगर ओलान नदी के तट पर बसा है । यूरोप महाद्वीप के अन्य देशों को थल मार्गो से जोड़नेवाला यह महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र हैं । इस महानगर में विख्यात ग्रंथालय तथा लिओनादों-दौ-विंसी संग्रहालय हैं । इस संग्रहालय में अनेक विश्वविख्यात कलाकृतियां देखी जा सकती हैं ।
वेनिस:
वास्तुशिल्प तथा प्राकृतिक मनोरम परिस्त के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध यह महानगर एक पर्यटन स्थल है । यह महानगर ऐतिहासिक काल से समृद्ध व्यापारिक केंद्र रहा है । इस महानगर का यातायात बड़े पैमाने पर नहरों द्वारा चलता है । अत: इस महानगर को नहरों का महानगर को नहरों का महानगर कहा जाता है ।
नेपल्स:
यह महानगर प्रायदवीपीय पश्चिमी तटवर्ती प्रदेश में बसा हुआ है । यहां से समीप ही वेसुवियस जागृत ज्वालामुखी पर्वत है । यह एक बड़ा औद्योगिक केंद्र है तथा यहां जहाज निर्माण करने के उद्योग हैं ।
तूरिन:
यह महानगर पो नदी के तट पर बसा हुआ है । यह प्रमुख औद्योगिक, सांस्कृतिक तथा शैक्षिक महानगर है । यह महानगर मोटर गाड़ियों के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है ।